चीताखेड़ा 23 सितंबर। जो भगवान को भी नहीं छोड़ रहा वो इंसानों को क्या छोड़ेंगे। जिसके सामने पूरी दुनिया शीश झुकाती है जहां तक की लोग भगवान के डर से उनकी झुठी कसमें तक नहीं खाते, उन्हीं भगवान को उन्हीं के द्वारा बनाए गए इंसान ही उनकी प्रतिमा को एवं उन पर धारण किए हुए आभूषण एवं दानपात्र में रखी दानराशि बैखौफ होकर चोरी कर भाग रहे हैं।चोर उचक्कों को न तो भगवान से और ना ही पुलिस का डर है।
नीमच जिले के गांव चीताखेड़ा क्षेत्र में विगत महिने भर से चोर उचक्के, बदमाशों में पुलिस का तनिक भी खोफ नहीं है, बैखौफ होकर आए दिन बदमाशों द्वारा कभी किसानों के खेतों पर ट्यूवेलों कुओं की विद्युत मोटरों की केबीलों को काटकर ले भागते हैं तो कभी देवी-देवताओं के मंदिरों को अपना टारगेट बनाकर भगवान के चांदी के आभूषण और दानपात्र से नगदी राशि लुट पाट कर भगवान को भी नहीं छोड़ रहे हैं तो पुलिस और आम इंसानों को क्या छोड़ेंगे।
विगत एक सप्ताह में अज्ञात बदमाशों ने कितने ही मंदिरों को अपना निशाना बनाया है। विगत 10 अगस्त को राबडिया गांव में एक ही रात में अलग-अलग पांच मंदिरों के ताले चटका कर चांदी के आभूषण और दानपात्र से नगदी राशि चोरी कर भागने में कामयाब हो गए हैं। सीसीटीवी कैमरे में फुटेज साफतौर पर दिखाई देते हुए भी जीरन पुलिस बदमाशों को पकड़ने में कामयाब नहीं हुई।इस घटना के कुछ ही दिनों बाद ही गमेरपुरा में नल-जल योजना निधि से चल रहे पाइप लाइन डालने का कार्य निर्माणाधीन है जिसमें भी अज्ञात बदमाशो द्वारा वेल्डिंग मशीन सहित कई सामग्री चोरी कर ले गए थे परन्तु विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है और पुलिस चोरों तक तो पहुंच गई थी परन्तु चोर पुलिस के बीच कुछ तालमेल बैठ जाने से मामला रफा-दफा कर दिया गया था। इस घटना के कुछ ही दिनों बाद हरनावदा मार्ग पर स्थित चीताखेड़ा के बाबा रामदेव मंदिर से 40 किलो वजनी लोहे के तार और सरिया कटिंग मशीन ले भागे।
बाबा रामदेव मंदिर पर हुई चोरी की वारदात को पुलिस शुरू भी नहीं कर पाई और चौथे ही दिन गांव के बीच स्थित रेगर समाज के बाबा रामदेव मंदिर से भी बाबा रामदेव की प्रतिमा एवं चांदी के आभूषण चोरी करके भाग निकले। लेकिन भागते -भागते बाबा रामदेव की प्रतिमा को झाड़ियों में फेंक भाग निकले। इसी दरमियान डेढ़ किलोमीटर दूरी पर स्थित नायनखेडी गांव के राधाकृष्ण मंदिर के ताले चटका कर दानपात्र का ताला तोड कर दानराशि दानस्वरूप सवा लाख की नगदी राशि लेकर भाग निकले। इतना सबकुछ होने के बाद भी पुलिस ने अज्ञात बदमाशो को पकड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। पुलिस की निष्क्रियता के चलते 18 सितंबर को दोपहर बाद पुलिस से बैखौफ होकर सिर पर टोपी पहने मुंह पर मास्क हाथों में रिवाल्वर लेकर दिन दहाड़े मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक में आते ही रिवाल्वर से धांय -धांय अंधाधुंध फायरिंग कर बैंक चपरासी बंशीलाल दायमा और दो हितग्राही महिलाओं को घायल कर 71 हजार के दरिमियान लेकर भाग निकले। घटना के पांच दिनों बाद भी कानून के लंबे हाथ वाली पुलिस के हाथ खाली है। इतनी सारी होती घटनाओं को मद्वेनजर देखते हुए आवरी माताजी मंदिर पर मंदिर समिति द्वारा समय से पूर्व ही दानपात्र खोलकर निकली राशि बैंक में जमा करवाई है।