मध्य प्रदेश
पीएम नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भाजपा ने घेरा है। भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताते हुए तथ्य को जांचने के बाद ही निष्कर्ष पर पहुंचने की बात कही है। राहुल गांधी ने एक लेख में लिखा था कि मूल ईस्ट इंडिया कंपनी देश से 150 साल पहले ही खत्म हो गई थी, लेकिन अब उसकी जगह नई नस्ल के एकाधिकारवादियों (सिंडिकेट) ने ले ली है।
इस मुद्दे को लेकर भाजपा ने एक्स पर लिखा कि मोदी सरकार पर एक बार फिर एकाधिकार समूहों के साथ मैच फिक्सिंग बनाम निष्पक्ष व्यापार को लेकर निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। भाजपा ने लिखा कि तथ्य को जांचे बिना किसी भी निष्कर्ष न पहुंचें। राहुल गांधी ने जिन नौ कंपनियों का जिक्र अपने लेख में किया है, उनके वीडियो साझा करते हुए लिखा कि कांग्रेस नेता मोदी सरकार के नेतृत्व और आर्थिक नीतियों के बारे में इनके विचारों को सुनें।
ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश की बैकिंग व्यवस्था, प्रशासन पर नियंत्रण कर हमें गुलाम बनाया'
राहुल गांधी ने लेख में लिखा था कि 'ईस्ट इंडिया कंपनी ने हमारे देश के राजाओं और नवाबों के साथ साझेदारी कर, उन्हें रिश्वत देकर या फिर डरा-धमकाकर इस देश पर नियंत्रण किया। उन्होंने हमारे देश के बैंकिंग, प्रशासनिक और सूचना तंत्र पर नियंत्रण किया। हम किसी देश से अपनी आजादी नहीं हारे बल्कि हमें एक एकाधिकारवादी निगम ने हराया और फिर दमनकारी तंत्र चलाया। अब मूल ईस्ट इंडिया कंपनी तो खत्म हो गई है, लेकिन अब उसकी जगह एकाधिकारवादियों की नई नस्ल ने ले ली है।'
राहुल गांधी ने चेताया राहुल गांधी ने लेख में लिखा कि 'ये एकाधिकारवादी बहुत ज्यादा संपत्ति अर्जित कर रहे हैं, जबकि भारत देश सभी का है और इससे असमानता बढ़ रही है।' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने लिखा कि 'हमारे संस्थान अब हमारे लोगों के नहीं हैं, वे एकाधिकारवादियों के इशारे पर चलते हैं। लाखों व्यवसाय नष्ट हो गए हैं और भारत अपने युवाओं के लिए रोजगार पैदा नहीं कर पा रहा है।' राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि 'अपना भारत चुनें: निष्पक्ष खेल या एकाधिकार? नौकरियां या कुलीनतंत्र ? योग्यता या संबंध? नवाचार या डराने-> धमाकाने वाला माहौल? संपत्ति सभी के लिए या फिर बस कुछ लोगों के लिए?'