चीताखेड़ा की पावन धरा पर स्थित डेढ़ हजार वर्ष पूर्व देव शक्ति से उड़ाकर लाया गया, पुरातत्व विभाग की दृष्टि से चीताखेड़ा का अति प्राचीन धरोहर अपना इतिहास समेटे हुए हैं। इस अलौकिक देवालय में देवलोक भगवान श्री देवनारायण जी की दिव्या प्रतिमा स्थापित है। इस अलौकिक देवालय पर देवनारायण मंदिर समिति के तत्वावधान में मई छठ मंगलवार को बड़े ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है। इसी अवसर पर देवनारायण मंदिर से प्रातः 11 बजे से डीजे साउण्ड एवं ढोल ढमाकों के साथ गांव के विभिन्न मार्गों से चल समारोह निकाला गया। चल समारोह में ट्रैक्टर ट्राली में भगवान देवनारायण की प्रतिमा को विराजमान कर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन नाचते झूमते हुए शेख मौहल्ला,माणक चौक, नीम चौक, चैनपुरा चौराहा,बस स्टैंड, आवरी माता जी दरवाजा से परिभ्रमण करते हुए श्री देवनारायण मंदिर पहुंचा।