जीरन शासकीय महाविद्यालय जीरन में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस मंदसौर से प्रोफेसर संदीप सोनगरा द्वारा विशेष व्याख्यान दिया गया| प्रो. सोनगरा ने डॉ. सी. वी. रमन के वैज्ञानिक खोजो और विशेष रूप से उनके छोटे से गांव से लेकर नोबेल पुरस्कार और भारत रत्न प्राप्त करने तक के सफर को प्रेरणादायक बताया | प्रकाश के फैलाव से लेकर समुद्र के रंगों तक रमन ने भारत को विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में अग्रणी बनने के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाई | विद्यार्थियों से उन्होंने कहा कि प्रत्येक युवा अपने दैनिक जीवन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को जागृत करके अगला रमन बन सकता है | इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. दीपा कुमावत ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान ज्ञान का सुसंगठित रूप है, प्रत्येक विद्यार्थी को देश के विकास में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित कर योगदान देना चाहिए|
महाविद्यालय के अतिथि विद्वान डॉ. उन्नति कौशल ने विद्यार्थियों को विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रेरित किया| उन्होंने नए उद्यम शुरू करने के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ लेने तथा स्वयं के अंदर छुपी हुई वैज्ञानिक प्रतिभा को उभार कर अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित किया | कार्यक्रम में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि तथा प्राचार्य द्वारा फीता काटकर किया गया| विज्ञान प्रदर्शनी में मुख्य रूप से हाइड्रो पावर प्लांट, ह्यूमन स्केलेटन सिस्टम एंड एनाटॉमी, कंप्यूटर नेटवर्किंग, सोलर पैनल, रोबोट, एयर पॉल्यूशन कंट्रोल सिस्टम तथा डीएनए के मॉडल्स का प्रदर्शन किया गया| विज्ञान प्रदर्शनी में प्रत्येक मॉडलों की मुख्य अतिथि द्वारा प्रशंसा की गई| कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर हेमलता जोशी ने किया तथा आभार प्रदर्शन रणजीत सिंह चंद्रावत ने किया| कार्यक्रम में विद्यार्थी तथा स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे |