NEWS : दीपदान करने शिवना के तट पर पहुंचे श्रद्धालु परेशान हुए, ना मेला सजा, ना नदी का जल आचमन लायक मिला

MANDSAUR
28 Nov 2023 12:30 PM
गरुड़ एक्सप्रेस डेस्क रिपोर्ट

 

मंदसौर, कार्तिक पूर्णिमा के अवसर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिवना के तट टाटिया प्रवाहित कर दीपदान किया और अष्टमुखी महादेव पशुपतिनाथ के दर्शन किए। शिवना के घाटों पर सुबह से ही बड़ी संख्या के श्रद्धालुओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से परिवार से साथ आई महिलाओं ने टाटियों पर दीप जलाकर उन्हें शिवना नदी में प्रवाहित किया। वहीं परिजनों के साथ आए बच्चों ने आधे अधूरे मेले आनंद भी लिया।

मान्यता है कि पूरे कार्तिक महीने का व्रत करके कुंवारी युवतियां यदि पूर्णिमा के दिन नदी किनारे स्थित शिव मंदिर पर दीप दान करती हैं तो उनको भगवान शंकर जैसा वर मिलता है। वहीं महिलाएं अपने परिवार कि सुख समृद्धि के लिए पूरे कार्तिक माह में व्रत रखकर उपासना करती हैं। आज (सोमवार को) शिवना के तट पर हजार संख्या में श्रद्धालु टाटिया प्रवाहित करने पहुंचे।

नदी में डुबकी तो दूर आचमन से भी कतराए श्रद्धालु

चुनाव में भले ही शिवना शुद्धिकरण का मुद्दा जोर शोर से उठा हो लेकिन हकीकत में शिवना की स्थिति खतरनाक है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन हर साल हजारों श्रद्धालु शिवना नदी में दीपदान करने पहुंचते हैं। हर बार नगर पालिका इससे पहले ही नदी और उसके घाटों की साफ सफाई एक को शुद्ध करने के लिए फव्वारे लगाती है लेकिन इस बार अचार संहिता का हावाला देकर नगर पालिका ने कोई व्यवस्था नहीं हुई, इसका असर यह रहा कि श्रद्धालु नदी में डुबकी लगाना तो दूर नदी के पानी से आचमन करने से भी कतराते नजर आए।

अव्यवस्थाओं का मेला, पूर्णिमा तक मेले में प्लाट आवंटन नहीं हो पाए

नगर पालिका की आमजन के लिए इससे बड़ी लापरवाही क्या होगी की श्रद्धालुओं के लिए ना शिवना शुद्ध है ना बच्चो के लिए मेला सज पाया है। प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दीपदान करने और मेला घूमने पहुंचते हैं। इस दिन मेले में आए व्यापारियों की भी अच्छी खासी कमाई होती है लेकिन इस बार नगर पालिका कार्तिक पूर्णिमा के दिन तक मेला ग्राउंड में प्लाट का आवंटन ही नहीं कर पाई नतीजा मेला सज नहीं पाया।