नीमच में मंगलवार दोपहर कलेक्ट्रेट में कृषि उपज मंडी के लहसुन व्यापारी नारेबाजी करते पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन दिया। इसमें व्यापारियों ने बताया कि प्रशासन ने आगामी कुछ दिनों में लहसुन मंडी को नवीन कृषि उपज मंडी चंगेरा शिफ्ट करेगा। मगर, नवीन मंडी कई व्यापारियों के लिए यहां सुविधाओं का अभाव है।
पूर्व में मंडी प्रशासन ने व्यापारियों को व्यापार करने के लिए गोदाम बनाकर भूखण्ड उपलब्ध कराए थे। लेकिन 15 लाइसेंसधारियों को भू-खण्ड अभी तक नहीं मिले हैं। इससे हमें नई मंडी में व्यापार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में प्रशासन व्यापारियों की समस्या को समझे और उसका जल्द निराकरण करें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो किसानों को भी इसके चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
मंडी व्यापारियों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन। नई मंडी में
व्यवस्थाएं करने की मांग की।
व्यापारियों ने बताईं ये दिक्कतें
1. नीलामी में खरीदे गए माल को रखने की सुविधा नहीं है।
2. लागत ज्यादा होने पर अनहोनी की आंशका बनी रहेगी। क्योंकि व्यापारियों के पास वहां पेमेंट करने की सुविधा नहीं है।
3. क्रय किए गए लहसुन का वर्तमान स्थान पर भुगतान किए जाने से किसानों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
4. चोरी का भी भय बना रहेगा। पूर्व में कई छोटी-बडी घटनाएं हो चुकी हैं।
5. सभी व्यापारी अभी मंडी के बाहर गोदाम किराए पर लेकर व्यापार कर रहे हैं। नई मंडी के आसपास और बाहर कोई सुविधा नहीं है।