मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के मेघनगर में ड्रग फैक्ट्री पर छापेमारी के दौरान राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने 112 किलो मेफेड्रोन ड्रग जब्त की। ये छापेमारी अवैध ड्रग निर्माण के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई के रूप में देखी जा रही है। इस ड्रग का उपयोग देश के युवाओं के बीच बढ़ती चिंता का कारण बना हुआ है। आइए जानते हैं इस घटना के बारे में पूरी जानकारी।
झाबुआ जिले के मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में रविवार को छापेमारी के दौरान डीआरआई अधिकारियों ने 112 किलो मेफेड्रोन जब्त की, जिसमें 36 किलो पाउडर और 76 किलो लिक्विड रूप में था। यह ड्रग्स मेफेड्रोन, जिसे आमतौर पर "म्याऊ म्याऊ" के नाम से भी जाना जाता है, एक साइकोट्रोपिक पदार्थ है जो नशीली दवाओं और मनोवैज्ञानिक विकार अधिनियम (NDPS) के तहत आता है।
कैसे हुई कार्रवाई?
विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर, डीआरआई ने रविवार सुबह तड़के इस फैक्ट्री पर छापा मारा। फैक्ट्री में अवैध रूप से मेफेड्रोन का उत्पादन किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने न केवल ड्रग्स को जब्त किया बल्कि अवैध ड्रग निर्माण में उपयोग किए जाने वाले उपकरण और कच्चे माल को भी सील कर दिया। फैक्ट्री को बंद कर दिया गया है और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें फैक्ट्री का डायरेक्टर भी शामिल है।