चीताखेड़ा -17 अक्टूबर। स्थानीय गांव में रामलीला मंडल के जनक श्री श्री 1008 श्री महंत पुरुषोत्तम दास जी महाराज के दिव्य आशिर्वाद से दशहरा पर्व की अवसर पर बजरंग मंदिर पर बजरंग नाट्य कला रामलीला मंडल के तत्वावधान में आयोजित 10 दिवसीय रामलीला मंचन बुधवार से नारद मोह-माया नगरी ,इन्द्र देव सभा,नारद जी द्वारा भगवान श्री विष्णु जी को श्राप आदि प्रसंगों के साथ प्रारंभ हो गया है।
सर्वप्रथम कार्यक्रम के प्रारंभ में रामलीला मंच पर मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता हरिश - हुकमीचंद सोनी, अध्यक्षता सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक विजय कुमार जैन की मुख्य अध्यक्षता में, विशेष अतिथि पृथ्वीराज मंडावरा, उप-सरपंच विकास प्रजापत, पूर्व सरपंच पटेल नंदराम माली, आवरी माताजी मंदिर समिति कोषाध्यक्ष नरेश पाटीदार, पूर्व उप-सरपंच रतनलाल माली द्वारा फीता काटकर रामलीला मंचन का शुभारंभ किया।
रामलीला मंडल समिति संरक्षक रमेश चंद्र माली, अध्यक्ष भगत मांगरिया, कोषाध्यक्ष रामप्रसाद शर्मा, सचिव कन्हैयालाल सोनी द्वारा आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया। श्री रामचरितमानस ग्रंथ और श्री श्री 1008 श्री महंत पुरुषोत्तम दास जी महाराज के चित्र पर द्वीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर श्रीगणेश किया। 10 दिवसीय रामलीला मंचन के प्रथम दिवस को धार्मिक मंच पर मशहूर रामलीला कलाकारों द्वारा नारद मोह माया नगरी, इन्द्र देव सभा, नारद मुनि द्वारा भगवान श्री विष्णु जी को श्राप दिया प्रसंग पर मंचन किया गया।
कपि आकृति तुम किन हमारी करे ही किस सहाय तुम्हारी।मम उपकार किन तुम भारी नारी विरह तुम हो दुखारी। चौपाई का वर्णन करते हुए नारद जी ने भगवान श्री विष्णु जी को श्राप देते हुए कहा कि तुमने वानरों को हिन समझा इसलिए तुमने मुझे वानर रूप दिया ये वानर ही तुम्हारी सहायता करेंगे अन्यथा भूखंड में सहायता करने वाला नहीं मिलेगा। जिस राजकुमारी से मुझे वंचित रखा वही रूप त्रेता युग में राम अवतार में मनुष्य रूप अवतार होगा और तुम भी नारी के वियोग में मेरी ही तरह तुम भी हाय सीते हाय सीते करते हुए भटकोगे।
चीता खेड़ा गांव में विगत 20 सालों बाद रामलीला मंचन का आयोजन फिर से शुरू हुआ है
क्षेत्र की जनता बड़े ही उत्साह से रामलीला मंचन का आनंद लें रही है। रामलीला मंचन कार्यक्रम में पुलिस प्रशासन की ओर से पुलिस सहायता केंद्र चौकी प्रभारी विरेन्द्र सिंह बिसेन के निर्देशानुसार पुलिस जवान मुस्तैद रहे हैं।