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*चीताखेड़ा में जन्मे श्री राम,भरत , लक्ष्मण और शत्रुघ्न व लंकाधिपति रावण, कुंभकर्ण और विभिषण*----

चीताखेड़ा -18 अक्टूबर। बजरंग नाट्य कला रामलीला मंडल चीताखेड़ा के तत्वावधान में दशहरे पर्व के अवसर पर 10 दिवसीय रामलीला का मंचन गुरुवार को आयोजित बजरंग मंदिर पर किया जा रहा है। रामचरितमानस ग्रंथ के मुख्य नायक भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम और स्वर्ण लंकाधिपति रावण का रामलीला मंचन के प्रसंग का वर्णन में जन्म का बड़े ही मार्मिक चित्रण किया गया। जिसमें प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा शानदार एक से बढ़कर एक रामायण के पात्र का अभिनय किया जा रहा है। रामलीला मंचन के दौरान दर्शकों के मनोरंजन हेतु जोकर (विदुषक) हंसी-मजाक जोक सुनाकर एवं कोमेडी से लोट-पोट कर रहे हैं। जिसका आनंद बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन ले रहे हैं। 

       उल्लेखनीय है कि गांव में रामचरित मानस एवं राधेश्याम रामायण धर्म ग्रंथ पर आधारित रामायण के पात्रों को रामलीला मंचन के दौरान अभिनय किया जा रहा है। गुरुवार को भटवाड़ा मौहल्ले में पीठ पहुंच मार्ग पर स्थित बजरंग मंदिर पर जनसहयोग से आयोजित 10 दिवसीय रामलीला मंचन के दुसरे दिन भगवान श्री राम,भरत ,लक्ष्मण और शत्रुघ्न और स्वर्ण लंकाधिपति रावण, कुंभकर्ण, विभिषण का जन्म प्रसंग पर नाट्य रूपांतरण किया गया। तीनों भाइयों ने ब्रह्मा जी की भक्ति कर वरदान मांगे। रावण ने सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी की भक्ति कर अजर-अमर का वरदान प्राप्त किया, वहीं कुंभकर्ण ने इंद्रासन की बजाए निद्रासन मांग बैठा तो विभिषण ने भगवान की भक्ति मांगी। पृथ्वी पुकार सहित कई प्रसंगों पर मशहूर कलाकारों द्वारा अभिनय किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम के प्रारंभ में रामलीला मंच पर मुख्य अतिथि कृषि मंडी समिति पूर्व सदस्य राजेन्द्र सिंह तोमर, अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता शांतिलाल जैन ने मंच पर श्री रामचरितमानस ग्रंथ और भगवान श्री राम की तस्वीर पर द्वीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर आरती कर रामलीला मंचन प्रारंभ किया। बजरंग नाट्य कला रामलीला मंडल संरक्षक रमेश चंद्र माली,अध्यक्ष भगत मांगरिया, कोषाध्यक्ष रामप्रसाद शर्मा, सचिव कन्हैयालाल सोनी ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया।  

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