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शहर की शांत फिजा बिगाड़ रहे शब्बीर और यूसुफ, ज़बरन कृषि भूमि पर कब्जा कर झूठे आवेदन देकर प्रशासन को कर रहे गुमराह, असल मालिकाना हक किसका?, दूसरा पक्ष पहुँचा कलेक्टर, एसपी के पास, दिया आवेदन

जीरन। क्षेत्र में जमीनी विवाद को लेकर अक्सर मामले देखने को आते है, ऐसे ही हालही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे सभ्य समाज कही जाने वाली बोहरा समाज के दो व्यक्ति प्रशासन को गुमराह करने में लगे हुए है। बीते दिनों नीमच के जीरन थाना क्षेत्र में एक जमीन का विवाद सामने आया था। जिसमें जीरन निवासी शब्बीर, यूसुफ व इनके परिवार द्वारा झूठा आवेदन जीरन थाना एवं नीमच पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर दिया गया था। उक्त आवेदन में इनके द्वारा जीरन की सर्वे क्रमांक 614, 616, 617, 618 व 1683 खसरा नम्बर की भूमि पर शब्बीर हुसैन, यूसुफ हुसैन ओर इनके परिवार की बताई गई। परन्तु वास्तविक स्थिति में उक्त भूमि के मालिक हरदेव पिता कारूलाल भाटी व सत्यप्रकाश पिता नंदकिशोर के नाम पर सन 2020 से राजस्व रिकार्ड में दर्ज हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी अंकित जायसवाल के नाम दिए गए आवेदन में बताया कि उक्त लोगों द्वारा मेरी स्वामित्व की कृषि भूमि पर कब्जा कर झूठे आवेदन दिए जा रहे हैं। जबकि उक्त भूमि का न्यायालय द्वारा फैसला सुनाते हुए जमीन मेरे नाम पर दर्ज हैं। शब्बीर हुसैन व यूसुफ हुसैन निचले न्यायालय से लेकर सुप्रीम कोर्ट और तहसील से लेकर एसडीएम कोर्ट तक में इनको भूमि स्वामी नहीं माना। लेकिन उक्त कृषि भूमि पर जबरन कब्जा कर बैठे हैं। जो भी वहाँ जाता हैं उसको डराते धमकाते हैं एवं झूठे प्रकरणों में फंसाने की धमकी देते हैं। उक्त भूमि में से दोनों भाइयों ने फर्जी एग्रीमेंट करके कई लोगो को भूखण्ड विक्रय कर पैसे ले लिए। उक्त भूमि को इनको बेचने का अधिकार नही हैं। इस मामले की जांच जल्द उच्च अधिकारियों द्वारा की जाए तो वास्तविकता का पता चलेगा। दिए गए आवेदन में मांग की हैं कि मामले की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाए।

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