नीमच। नगरपालिका परिषद् नीमच की अध्यक्ष श्रीमती स्वाति-गौरव चौपड़ा ने नपा सभापति व पार्षदगणों के साथ मंगलवार, २६ नवंबर को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर श्री सीताराम जाजू सागर बांध की डूब क्षेत्र की भूमि खसरा रिकार्ड में नगरपालिका नीमच के नाम से दर्ज किए जाने के संबंध में कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा से चर्चा कर उन्हें ज्ञापन सौंपा व जाजूसागर बांध की वस्तुस्थिति से अवगत कराया।
ज्ञापन में मांग की गई कि सीताराम जाजूसागर बांध की डूब क्षेत्र की भूमि खसरा रिकार्ड में नगरपालिका नीमच के नाम दर्ज करने संबंधी 62 वर्षों से लम्बित कार्यवाही पूर्ण की जावे एवं तहसीलदार जीरन द्वारा जाजूसागर बांध की डूब क्षेत्र की भूमि पर अवैध रूप से फसल बोने वाले कृषकों से वसूला गया जुर्माना नगरपालिका कोष में जमा करवाया जाए।
ज्ञापन में बताया गया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा लगभग 60-65 वर्ष पूर्व हर्कियाखाल ग्राम में नीमच नगर में पेयजल आपूर्ति हेतु सीताराम जाजूसागर बांध का निर्माण कर बांध क्षेत्र का आधिपत्य नगरपालिका नीमच को सौंपा गया था।
नपा आधिपत्य के पश्चात् वर्ष 1962 से वर्ष 2012 तक निरंतर नगरपालिका नीमच द्वारा डूब क्षेत्र में न आने वाली भूमि कृषि कार्य हेतु वार्षिक आधार पर उच्च बोली लगाने वाले कृषक को उपयोग हेतु दी जाती रही है।
वर्ष 2012 में अल्प वर्षा होने से भूमि नीलामी नहीं की गई व उसके पश्चात् भी परिषद् स्वीकृति अप्राप्त रहने से भूमि लीज पर नहीं दी गई।
ज्ञापन में बताया गया कि नगरपालिका परिषद् नीमच द्वारा वर्षों से सीताराम जाजूसागर बांध क्षेत्र व उसकी डूब में न आने वाली भूमि खसरा में नगरपालिका नीमच के नाम दर्ज किये जाने हेतु विधिवत आवेदन पत्र अभिलेखों सहित तहसीलदार नीमच को प्रस्तुत भी किए जा चुके हैं।
इसके उपरांत भी सीताराम जाजू सागर बांध क्षेत्र की भूमि नगरपालिका नीमच के नाम से दर्ज नहीं की गई है।
ज्ञापन में बताया गया कि नगरपालिका नीमच प्रतिवर्ष किसानों द्वारा अवैध रूप से बिना अनुमति के फसल बोये जाने को लेकर पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन की मदद से कार्यवाही करती रही है। हाल ही में मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ है
कि तहसीलदार जीरन द्वारा नगरपालिका परिषद् नीमच के एकमात्र स्वामित्व वाले सीताराम जाजूसागर बांध डूब क्षेत्र की भूमि पर समीपस्थ कृषकों द्वारा अवैध रूप से फसल बोये जाने पर बिना नगरपालिका परिषद् नीमच की जानकारी के अनाधिकृत रूप से कार्यवाही की जाकर अवैध फसल पर जुर्माना अधिरोपित किया गया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि इस प्रकार जुर्माना आरोपित किए जाने की कार्यवाही से बांध क्षेत्र में अवैध रूप से फसल बोने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा तथा नगरपालिका नीमच सम्पत्ति को हानि होगी।
वहीं दूसरी ओर जुर्माना राशि भरकर किसान बांध के पानी का भी अत्यधिक दोहन करेंगे, जिससे बांध में पानी की कमी आ सकती है।
ज्ञापन में कहा गया कि सीताराम जाजूसागर बांध नीमच नगर के पेयजल हेतु आरक्षित है।
ऐसी स्थिति में उक्त अनाधिकृत कार्यवाही पर रोक लगाई जाकर वसूली गई जुर्माना राशि नगरपालिका कोष में जमा कराई जाना उचि饨त होगा। ज्ञापन में मांग की गई है
कि सीताराम जाजूसागर बांध क्षेत्र व उसकी भूमियां खसरा में नगरपालिका परिषद् नीमच के नाम पर दर्ज कराई जाने एवं तहसीलदार जीरन द्वारा की गई कार्यवाही पर रोक लगाई जाकर वसूली गई जुर्माना राशि नगरपालिका नीमच कोष में जमा करवाई जावे एवं नगरपालिका सम्पत्तियों से राशि वसूली की कार्यवाही नहीं की जाए।
ज्ञापन देते समय नगरपालिका अध्यक्ष के साथ नपा सभापति श्री धर्मेश पुरोहित, श्री निरज अहीर, पार्षद श्री रामचंद्र धनगर, श्री दुर्गाशंकर भील, श्री जिनेन्द्र मेहता, श्रीमती किरण शर्मा, श्री रूपेन्द्र लोक्स, श्री अरूण प्रजापत, श्री कमल शर्मा, श्री योगेश कविश्वर, श्री राजेश लालवानी, श्री वीरेंद्र पाटीदार, श्री आलोक सोनी, श्री विष्णु राठौर सहित अन्य पार्षदगण भी उपस्थित थे।