चीताखेड़ा -2 दिसंबर। मध्य प्रदेश शासन के द्वारा विशेष राजस्व शिविर अभियान 3.0 प्रकरणों के त्वरित एवं राजस्व अभिलेखों को अद्यतन किये जाने हेतु जिला कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के आदेशानुसार तहसीलदार नवीन गर्ग के मार्गदर्शन में राजस्व अभियान शिविर का आयोजन सोमवार को चीताखेड़ा ग्राम पंचायत कार्यालय पर आयोजित किया गया।
लेकिन पूर्व में आयोजित शिविर की तरह इस बार भी सर्वे डाउन होने से नेटवर्क नहीं आने के कारण मात्र एक किसान फार्मर आईडी पंजीयन ही हो पाई , एक बार फिर उदास हुए किसान।
वैसे भी इस बार शिविर में किसान फार्मर आईडी पंजीयन हेतु सचिव और सहायक पटवारी ऑपरेटर के अलावा एक भी कॉमन सर्विस सेंटर के ऑपरेटर नहीं पहुंचे।
चीताखेड़ा में आयोजित विशेष राजस्व महाअभियान शिविर में चीताखेड़ा हल्का नंबर पटवारी नरेन्द्र योगी ने उपस्थित किसानों को समझाइए देते हुए कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों के लिए बड़ी योजना बनाई है।
आम नागरिक, पेंशनर छात्रों के बाद अब किसानों का डेटा भी केंद्र सरकार के पास ऑनलाइन मौजूद रहेगा।
केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके पास फार्मर आईडी होगा।
यह आईडी आधार नंबर से लिंक होगा।
श्री पटवारी ने कहा है कि 3 भागों वाली इस योजना के पहले चरण में देशभर के किसानों को फार्मर आईडी दी जाएगी।
आईडी हासिल करने के लिए किसानों को अलग-अलग शिविरों के माध्यमों से पंजीयन करना होगा। इसके साथ ही हर कृषि भूमि का भी पहचान पत्र यानी फार्म लेंड आईडी भी बनाई जाएगी।
इसके लिए राज्य सरकार केंद्र सरकार को हर कृषि भूमि की डिटेल भेजेंगी। पटवारी नरेन्द्र योगी ने किसान फार्मर आईडी से किसानों को होने वाले लाभ की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी केंद्र की 6 योजनाओं के लिए अलग-अलग चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
कृषि ऋण योजना , मुख्यमंत्री किसान सहायता योजना, स्वास्थ्य कार्ड, कृषि मशीनीरी करण योजना जैसे राज्य सरकार की योजनाओं के लिए अब सिर्फ फार्मर आईडी ही देना होगा।
पटवारी नरेंद्र योगी ने बताया कि किसान फार्मर आईडी मोबाइल ऐप से। कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी बना सकते हैं। ई केवाईसी के लिए किसानों को₹10 की फीस जमा करनी होगी। फॉर्म सबमिट होने के बाद मैं पटवारी उसका वेरिफिकेशन करुंगा।
उनके सत्यापन के बाद 24 घंटे में फार्मर आईडी किसान के मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से आ जाएगी। किसान अपनी फार्मर आईडी पंजीयन के लिए मुख्य रूप से कृषि भूमि स्वामी का बी -1 खसरा नंबर या ऋण पुस्तिका और आधार कार्ड तथा मोबाइल नंबर साथ ले जाएं। सोमवार को चीताखेड़ा ग्राम पंचायत कार्यालय पर आयोजित विशेष राजस्व महा अभियान शिविर में मुख्य रूप से मात्र एक किसान की किसान फार्मर आईडी का पंजीयन हुआ।
122 किसानों की केवाईसी। नामांतरण मात्र एक ही हुआ और रास्ता विवाद का मात्र एक समस्या का समाधान हुआ।