logo
add image

*नहाने से तन की, भगवान की भक्ति से मन की और दान करने से धन की शुद्धि होती है ** --पं.चंद्रदेव जी महाराज ------

चीताखेडा-29दिसम्बर। लज्जा,शंका,भय, गिलानी,शील, जाती,धन और अभिमान ये आठों लक्षण जिस व्यक्ति में विद्यमान है ऐसे व्यक्ति को परमात्मा से मिलने में बाधक पहुंचती है । रावण और कंस को अपनी शक्तियों का अभिमान आ गया था पूरे कुल का सर्वनाश हो गया। रावण और कंस ने पुरुषार्थ से नहीं ,अभिमान के वशीभूत होकर सत्ता हथियाई तो आखिर अंत बुरा ही हुआ ,अपने कुल का भी सर्व नाश ही हुआ। सदा -सदा का प्रेम केवल परमात्मा का प्रेम हैं,जो कि दिव्य और आध्यात्मिक प्रेम हैं।लोभ जहां व्यक्ति और समाज के लिए नकारात्मक होता है वहीं प्रेम सकारात्मक माना जाता हैं।

               उक्त अमृत वाणी कथा मर्मज्ञ पं. चंद्रदेव जी महाराज ने चीताखेड़ा गांव के स्थित पूराना हायर सेकेंडरी स्कूल प्रांगण में क्षेत्र वासियों के सहयोग से श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा साप्ताहिक महोत्सव के दौरान 6 टें दिन रविवार को मौजूद श्रौताओ को प्रवाहित करते हुए कही।कहा कि अभिमानी व्यक्ति को सही दिखना और सही सुनना बंद हो जाता हैं।गोपियों को भी अभिमान हो गया था उनके अभिमान को तोडऩे और राधा के मान को रखने के लिए श्रीकृष्ण कुछ पल के लिए अदृश्य हो गए थे।जब-जब भी धरती पर पाप बडे है तब-तब धरती पर संत ही आगे आए हैं। त्रेतायुग में रावण का पाप बडा तो विश्वामित्र और द्वापर युग में कंस का पाप बडा तो व्यास जी आगे आए।श्रीमद भागवत कथा श्रवण करने से मनुष्य को कल्याण की प्राप्ति होती है एवं व्यक्ति के जीवन में किसी प्रकार के कष्ट नहीं आते हैं।

        पं. चंद्रदेव जी महाराज ने श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा का रसा स्वादन करवाते हुए कहा कि जहां प्रेम होता है वहां कृष्ण होते हैं कृष्ण ने कुब्जा की कूबड निकालकर सुन्दर नारी बनाया। नहाने से तन की ,भगवान की भक्ति करने से मन की और दान करने से धन की शुध्दि होती हैं।श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा प्रवचन के दौरान अक्रूर,श्रीकृष्ण का मथुरा गमन,नंदराय,राधा,कुब्जा,कालिया वन,बलराम,जरासंध,राजारुकमणी,शिशुपाल, कंस वध,मुचुकुन्द,उध्दव ज्ञान, आदि धार्मिक प्रसंगों को विस्तार से महत्व प्रतिपादित किया। धार्मिक प्रवृत्ति के दिलिप शर्मा, मनोहर लाल शर्मा, अशोक सोलंकी द्वारा अपनी ओर से आरती के पश्चात् प्रसाद वितरण करवाई। 

       **श्री कृष्ण - रुक्मिणी विवाह में इन्होंने निभाया शानदार किरदार**

 मुस्लिम भाई कादर शाह अपनी सुसज्जित बग्गी में श्री कृष्ण और रुक्मिणी को बिठाकर कथा पंडाल तक लेकर आया जहां देख बड़ी संख्या में श्रद्धालु खुशियों से झूम उठे। अभिनय में भगवान श्रीकृष्ण - ( कु. श्वेता जावरिया, हर्षिता प्रजापत, कृष्णा लौहार,प्राची माली),--.रुकमणी.--( कु. टीना जावरिया, श्रेया जावरिया,माही लौहार, राधिका शर्मा ), सखी (कनक पाटीदार,पलक जावरिया) ने मनमोहक एवं आकर्षक भूमिका निभाई। श्री कृष्ण और रुक्मिणी ने व्यासपीठ पर एक दूसरे को वरमाला पहनाई। 

   **आज होगी कथा की पूर्णाहुति**

श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा साप्ताहिक कथा महोत्सव के अंतिम दिवस 30 दिसम्बर 2024 सोमवार को सुदामा चरित्र,उध्दवज्ञान,राजा परीक्षित मोक्ष प्रंसग का वृत्तांत पर कथा प्रवचन पं.चंद्रदेव जी महाराज के मुखारविंद से ज्ञान वर्षा प्रवाहित की जाएगी। हवन पूजन एवं महाआरती के पश्चात महाप्रसाद वितरण के साथ साप्ताहिक ज्ञान गंगा कथा का विश्राम होगा।आयोजक समिति सदस्यों ने क्षेत्र की समस्त धर्मप्रेमी जनता से अनुरोध कियाहैं कि अधिक से अधिक संख्या मे पहुंच कर लाभ उठावें।

Top