नीमच
कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने शुक्रवार को बांछडा बाहुल्य ग्राम किशनपुरा में पंख_अभियान के तहत ग्राम चौपाल पर ग्रामीणों के बीच बैठकर, चर्चा करते हुए उद्यान, कृषि, स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, उद्योग एवं आदिम जाति कल्याण एवं अन्य जिला अधिकारियों को निर्देश दिए,कि
जिले में समुदाय विशेष के उत्थान एवं कल्याण के लिए जिला प्रशासन नीमच द्वारा चलाए जा रहे पंख_अभियान के तहत सभी विभागों के जिला अधिकारी समुदाय विशेष के हितग्राहियों से चर्चा कर, उन्हें सूचीबद्ध करें और उनको पात्रतानुसार स्वरोजगार के लिए ऋण एवं अनुदान उपलब्ध कराने हेतु प्रकरण तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजे। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्णव, संयुक्त कलेक्टर डा.ममता खेडे, एसडीएम श्री संजीव साहू सहित जिला नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
ग्राम चौपाल पर ग्रामणों से रूबरू होते हुए कलेक्टर ने कहा, कि ग्राम की सभी महिलाएं स्व सहायता समूह से जुड़कर, स्वरोजगार गतिविधियॉं जैसे मसाला उद्योग, आटा चक्की, सेंट्रिंग कार्य, सिलाई प्रशिक्षण एवं ब्यूटी पार्लर एवं अन्य स्वरोजगार गतिविधियॉं संचालित करें। उन्हें शासन, प्रशासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर ने किराना व्यवसाय, ड्रीप एरिगेशन, स्प्रींकलर, सिंचाई के लिए आवश्यक उपकरण कृषि यंत्र उपलब्ध करवाने की बात भी कही। कलेक्टर ने कहा, कि बच्चों को स्कूल भेजे और उन्हें अच्छी शिक्षा दिलवाए।
ग्रामीणों से चर्चा में कलेक्टर ने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी और उनका निराकरण करवाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। ग्राम के रोहित चौहान एवं श्री रोशन ने स्कूल में स्कूल की बाउण्ड्रीवाल बनवाने और स्कूल परिसर में स्थित कुएं को बंद करवाने, गांव में शांतिधाम निर्माण, सामुदायिक शौचालय का निर्माण, नाली निर्माण की मांग भी की। इस पर कलेक्टर ने पंचायत सचिव से कहा, कि वे ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पारित कर, भिजवाए और इन कार्यो को प्राथमिकता से शामिल करें। कलेक्टर ने कहा, कि जल जीवन मिशन के तहत कोई भी बस्ती छूटेगी नहीं। सभी को नल से जल उपलब्ध करवाया जाएगा।
कलेक्टर ने निर्देश दिए, कि संबंधित प्राचार्य गांव में घर-घर सर्वे करवाकर, ड्राप आउट बच्चों की जानकारी संकलित कर, आगामी सत्र से सभी ड्राप आउट बच्चों को स्कूलों में दाखिला दिलाना सुनिश्चित करें। गांव की एक महिला ने पति पप्पू की करंट से मृत्यु हो जाने पर एमपीईबी से आर्थिक सहायता नहीं मिलने की बात कही। इस पर कलेक्टर ने रेडक्रास से उसे 10 हजार रूपये की तत्कालिक आर्थिक सहायता स्वीकृति के निर्देश एसडीएम को दिए। कलेक्टर ने ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण गांव में ही उपलब्ध करवाने के निर्देश ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान नीमच के प्रबंधक को दिए।