चीताखेडा- 28 मार्च। राजस्थान के प्रतापगढ़-चित्तोडगढ एवं मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर तथा गुजरात के जिलों में प्रमुख स्थलों में शुमार चीताखेडा से मात्र दो किलो मीटर दूरी पर स्थित माता का खेड़ा की पावन धरा पर अतिप्राचीन भक्ती का अनुपम प्रसिद्ध स्थल जगत जननी आरोग्य देवी महामाया आंवरीमाताजी के मेले में होने वाले सभी कार्यक्रम तय हो गये है। मेलार्थियों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए मेला परिसर में कोई दुकानदार बांस-बल्ली गाड़ रहा है तो लाइट डेकोरेशन वाले रंग-बिरंगे विद्युत बल्बों की सजावट में तो टेंट हाउस वाले टेंट लगाने में तो पेंटर मंदिर को रंग-रोगन में तो झुलें चकरी यंत्र वाले मनोरंजन हेतु झुले चकरी यंत्र लगाने में जुटे हुए हैं। दिनांक 30 मार्च 2025 रविवार से आगामी दिवस 7 अप्रैल 2025 सोमवार तक चलेगा। इसके लिए मेला परिसर में दुकानदारों द्वारा तेजी से मेलार्थियों के लिए मनोरंजन हेतु कलूंबस एक्सलबोड, ब्रेक डांस,छोटे- बड़े झुले, छोटी -बड़ी नाव,चकरी,आक्टोपास,कटर बीला, हेलीकॉप्टर, जंगल लव, मिकी माउस, जंपिंग जैक,रेल आदि की कर्मचारी विगत दिनों से ही मेलार्थियों के मनोरंजन के साधनों की तैयारियों में जुटे हुए हैं। व्यापारी अन्य विभिन्न सामान के लिए दुकानें लगाने के लिए तैयार कर रहे हैं। मेला परिसर दुकानों से सजने संवरने व श्रृंगार करने लगा है। प्लाट वितरण होते ही बड़ी संख्या में मेलार्थियों के मनोरंजन एवं चटकारे लेने हेतु दुकानदार दुकान लगाने हेतु उतावले होकर अपने कार्यों में तल्लीन हो गये है।मेला परिसर दुकानों के लिए छोटा पड़ने लगा है। वहीं मां के अलौकिक दरबार को विद्युत बल्पों से जगमगाया जा रहा है।
उपरोक्त जानकारी मंदिर समिति ट्रस्ट अध्यक्ष मनसुख जैन ने प्रेस विज्ञप्ति में देते हुए बताया है कि आंवरीमाताजी मेले का 19 वां वर्ष है इस बार मुख्य आकर्षण मां का दरबार विद्युत डेकोरेशन एवं जीवन दाईनी मां जगदम्बा की प्रतिमा का भक्तों को मोहित कर देने वाला श्रृंगार तथा रंगमंच पर आयोजित होने वाले रंगारंग धार्मिक भजन संध्या, कवि सम्मेलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति प्रस्तुत हेतु राजस्थान व मध्य प्रदेश के प्रख्यात साहित्यकार कवि अपनी काव्य पाठ की प्रस्तुति एवं भजनों के गायक कलाकारों द्वारा अपनी बेहतरीन गायिकी प्रस्तुत करेंगे । मंदिर समिति ट्रस्ट अध्यक्ष जैन ने बताया कि मेले में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रम तय समयानुसार ही होंगे।नौ दिवसीय विशाल मेले में दूरदराज शहरी क्षेत्रों से भी झुले, चकरी, नाव, मिकी माउस जैसे कई मनोरंजन यंत्र एवं चटपटे स्वादिष्ट व्यंजन भेल पूरी,चाट,पतासे एवं ठंडा पेय पदार्थ कई प्रकार की कूल्फियां मेलार्थी चटकारे के साथ मेले का आनंद लेने के लिए भारी संख्या में उमड़ेगा। इस बार हर साल से ज्यादा मेलार्थियों के रिकार्ड तोड आने की संभावना है।